कोरोना वायरस
कोरोनावायरस (Coronavirus) विषाणुओं (वायरस) का एक समूह है यह आरएनए वायरस होते हैं। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है। गाय और सूअर में इनके कारण अतिसार हो सकता है जबकि इनके कारण मुर्गियों के ऊपरी श्वास तंत्र के रोग उत्पन्न हो सकते हैं। इनकी रोकथाम के लिए कोई टीका (वैक्सीन) या विषाणुरोधी (antiviral) अभी उपलब्ध नहीं है और उपचार के लिए प्राणी की अपने प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है। अभी तक रोगलक्षणों (जैसे कि निर्जलीकरण या डीहाइड्रेशन, ज्वर, आदि) का उपचार किया जाता है ताकि संक्रमण से लड़ते हुए शरीर की शक्ति बनी रहे।चीन के वूहान शहर से उत्पन्न होने वाला 2019 नोवेल कोरोनावायरस इसी समूह के वायरसों का एक उदहारण है, जिसका संक्रमण सन् 2019-20 काल में तेज़ी से उभरकर 2019–20 वुहान कोरोना वायरस प्रकोप के रूप में फैलता जा रहा है।हाल ही में WHO ने इसका नाम COVID-19 रखा।
इस वायरस से संक्रमित होने से बचने केलिए हमे घर में रहना होगा ,बहुत जरुरी हो तो घर से निकले ,अगर कोई जॉब पे जा रहा है तो इन बातो का ध्यान रखे :-
- मास्क पहने
- एक दूसरे से दूरियां बनाके रखें
- हाथ धोये या सेनिटाइज़ करे (काम से काम 20 सेकेंड हाथ धोये )
- घर में रहे सुरक्षित रहे
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कैसे रखे :-
हमे कोरोना वायरस संक्रमण से बचे रहने के लिए या संक्रमित होने पे इस से बाहर निकलने के लिए अपने प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना होगा ,इस के लिए हमे प्रोटीन युक्त खाना खाना चाहिए ,जैसे :-दाल ,सोयाबीन अंडा ,आदि और विटामिन C की मात्रा हमारे शरीर में बानी रहे इसके लिए नीम्बू का सेवन करना चाहिए ,सुबह नीम्बू पानी जरूर चाहिए ,अनानास खाना चाहिए ,संतरे का वि सेवन करना चाहिए ,और जितना से जितना हो सके पानी खूब पीना चाहिए ,पानी गुनगुना ही पिए। रात को सोते समय एक कप हल्दी वाला दूध जरूर पिए।LOCKDOWN का असर:-
LOCKDOWN होने से ये महामारी का फैलना एक इंसान से दूसरे इंसान में की मात्रा पे अंकुश लगाता है ,इस लिए सरकार के इस फैसले का समर्थन कर हम सभी को LOCKDOWN का पालन करना चाहिए।रही बात इस LOCKDOWN का असर मानव जीवन पे क्या असर लाया या ला रहा है इसके लिए मेरा अगला पोस्ट जरूर पढ़े।
तो आगे LOCKDOWN का असर मानव जीवन पे क्या पारा या पर रहा है NEXT पोस्ट में। ....
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